
साझा बयान में पीएम मोदी ने कहा, आतंकियों का इलाज जरूरी तो प्रिंस ने क्या कहा देखिए
नई दिल्ली। भारत की यात्रा पर आए हुए सउदी अरब के प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान का बुधवार को राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत किया गया। इससे पहले पीएम मोदी ने प्रोटोकॉल तोड़ते हुए प्रिंस का एयरपोर्ट पर स्वागत किया था। दोनों देशों के साझा बयान में पीएम मोदी ने कहा कि, “भारत में पहले राजकीय दौरे पर रॉयल हाइनेस और उनके डेलीगेशन का स्वागत करते हुए मुझे बहुत खुशी हो रही है।”
साझा प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि, “भारत और सऊदी अरब के आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक सम्बन्ध सदियों पुराने हैं। और यह सदैव सौहार्द्रपूर्ण और मैत्रीपूर्ण रहे हैं। हमारे लोगों के बीच के घनिष्ठ और निकट संपर्क हमारे देशों के लिए एक सजीव सेतु यानि living bridge है।”
पीएम मोदी ने क्या कहा
पीएम मोदी ने कहा कि “आज हमने द्विपक्षीय संबंधों के सभी विषयों पर व्यापक और सार्थक चर्चा की है। हमने अपने आर्थिक सहयोग को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का निश्चय किया।”
पुलवामा आतंकी हमले का जिक्र करते हुए पीएम ने मोदी ने कहा, “पिछले हफ्ते पुलवामा में हुआ बर्बर आतंकवादी हमला, इस मानवता विरोधी खतरे से दुनिया पर छाए कहर की एक और क्रूर निशानी है। इस खतरे से प्रभावशाली ढंग से निपटने के लिए हम इस बात पर सहमत हैं कि आतंकवाद को किसी भी प्रकार का समर्थन दे रहे देशों पर सभी संभव दबाव बढ़ाने की आवश्यकता है।”
आतंकवाद को लेकर मोदी ने क्या कहा
आतंकवाद के खिलाफ साथ लड़ने को लेकर मोदी ने कहा, “आतंकवाद का इंफ्रास्ट्रक्चर नष्ट करना और इसको समर्थन समाप्त करना और आतंकवादियों और उनके समर्थकों को सजा दिलाना बहुत जरूरी है। साथ ही अतिवाद के खिलाफ सहयोग और इसके लिए एक मज़बूत कार्ययोजना की भी ज़रूरत है, ताकि हिंसा और आतंक की ताकतें हमारे युवाओं को गुमराह न कर सकें। मुझे खुशी है कि सऊदी अरब और भारत इस बारे में साझा विचार रखते हैं।”
खाड़ी में शांति को लेकर मोदी ने कहा कि, “पश्चिम एशिया और खाड़ी में शांति और स्थिरता सुनिचित करने में हमारे दोनों देशों के साझा हित हैं। आज हमारी बातचीत में, इस क्षेत्र में हमारे कार्यों में तालमेल लाने और हमारी भागीदारी को तेजी से आगे बढ़ाने पर सहमति हुई है।”
आतंकवाद पर दोनों देशों की सहमति पर मोदी ने कहा कि “हम इस बात पर भी सहमत हुए हैं कि counter terrorism, समुद्री सुरक्षा और साइबर सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में और मजबूत द्विपक्षीय सहयोग दोनों देशों के लिए लाभप्रद रहेंगे।”